नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो मदानी ले गया,
लै गया नन्द किशोर लै गया,
नन्दबाबा तो पेन गिया झिरका,चाटी चो मदानी ले गया,
आधी आधी राती मेरा कुंडा खडकवे,
माखन देदे मेनू शोर माचवे,
जदों मै माखन नही दिता मेरा पुट के परांदा ले गया,
चाटी को मदानी ले गया........
गई सी राधा कोल मै श्याम नु मनाले,
श्याम तेरा प्यारा प्यारा एह्नु समजा ले,
राधा रानी गुस्सा होगी, बिना गल तो ही रोला पे गया,
चाटी को मदानी ले गया.........
गई सी यशोदा कोल श्याम नु मनान,
तुही सिर चाडिया तू ही समजा ले,
ओ वाली सी तीना लोका दा जाके माँ दी गोदी च बह गया ,
चाटी को मदानी ले गया.......