सोच विचार में रावण जागे, कौन बचा अब मेरे आगे,
कल तक जो युद्ध में लंका, कौन बजाए विजय की डंका
राम भी लक्ष्मण के संग जागे, कहे युद्ध ना हो अब आगे
मिटे दशानन पाप तुम्हारा, कल हो जाए निरने सारा
आज की रैना तील-तील बीते, राम दरस की व्याकुल सीते
अंसुवन से डुबे हैं नैना, धीरज की है अंतिम रैना
सिया के राम जी अब आ जाओ, लाओ जीवन में उजियाला
अंतिम रैन का ये अँधियारा, जागे राम लंकेश कुमारा
सोच विचार में रावण जागे, कौन बचा अब मेरे आगे....