मेरा कान्हा रंग रंगीला मैं तो नाचूंगी,
होठो से मुरली बजाके मधु बन वे रास रचाके,
ऐसे खड़े मेरे सँवारे मेरे नैना हुए मेरे बावरे,
बद्री में आके नेना लड़ाके में तो नाचू गी,
होठो से वाजे मुरलिया करता है मीठी मीठी बाते,
एसी देखी है मैंने सँवारे घायल होई है मेरी अंखिया,
मधुवन में आके नेना लड़ाके में तो नाचू गी,
कान्हा की बात बातू गी जोबन पिया की बन जाऊगी,
इतना दिया है मेरे सँवारे महिमा में घर घर गाऊ गी,
सबको सुना के दिल में वसा के में तो नाचू गी....