कान्हा तोहे आने की खबर जो लागि रे,
दौड़ी दौड़ी नंगे पाँव गावल चली रे,
ना मैं मीरा ना मैं राधा ना मैं गवलन गोकुल की ,
कमना को मोरे कान्हा ये तो जोगन की तुमरी,
आज तेरा आने की आस है जागी रे
कान्हा तोहे आने की खबर जो लागि रे,
नैना तरसे बरसो बीते तू नहीं आया क्या जाने,
इतने फागुन बिन तेरे गुजरे अब तो आओ कान्हा रे,
आज तेरा आने की आस है जागी रे
कान्हा तोहे आने की खबर जो लागि रे,