बाबा जहाँ हम हैं वहाँ,इसके सिवा जाना कहाँ,
जो चाहे हमको आवाज दे,
हम हैं वहीँ, बाबा जहाँ,
अपना यहीं सारा जहाँ,
इसके सिवा जाना कहाँ।
बाबा से प्रीत, मिलती है जीत,
आके यहाँ कोई हारा नहीं,
सबका सहारा, श्याम मेरा,
कोई यहाँ पे सहारा नहीं,
मांगे बिना, मिलता यहाँ,
इसके सिवा जाना कहाँ,
बाबा जहाँ हम हैं वहाँ,
इसके सिवा जाना कहाँ,
कोई हमें पागल कहे,
हाँ हम दीवाने हैं, दातार के,
पागल हम, दीवाने हम,
मिलते ठिकाने सरकार के,
हाथों में हैं, सबके निशान,
इसके सिवा जाना कहाँ,
बाबा जहाँ हम हैं वहाँ,
इसके सिवा जाना कहाँ,
आया यहाँ इक बार जो,
फिर वो यहीं का हो जाता है,
बाबा का ही जादूगिरी,
दीवाना इसका ही हो जाता है,
चढ़ता है जब इसका नशा,
इसके सिवा जाना कहाँ,
बाबा जहाँ हम हैं वहाँ,
इसके सिवा जाना कहाँ,