बाज रहा डंका दुनिया में बजरंग बाला का
अरे लहरें लाल पताका माँ अंजनी के लाला का
बाज रहा डंका दुनिया में................
लंका में घुस कर डंका रघुवर का खूब बजाय था
एक से एक ताक़तवर राक्षस को भी धुल चटाया था
इस राम दूत से पड़ा था जो इन सबका पाला था
अरे लहरें लाल पताका माँ अंजनी के लाला का
तेरी शरण जो आया तूने उसको संभाला बजरंगी
तुझसे घबराकर के भागे दुःख की छाया और तंगी
तुमने अपने भक्तों का हल झट से निकाला था
अरे लहरें लाल पताका माँ अंजनी के लाला का
त्रेता द्वापर और इस कलयुग का इकलौता तू रक्षक
कुंदन के परिवार का पालक और तू ही है संरक्षक
है सबकी ज़ुबाँ पे चर्चा इस रघुवर मतवाला का
अरे लहरें लाल पताका माँ अंजनी के लाला का
बाज रहा डंका दुनिया में................