पापा घर के मंदिर जो है वो मूरत किस की है
अष्ट बुजाये चंचल नैना भोली सूरत किस की है
बैठो मेरे पास ओ बेटा तुम को सब बतलाता हु
मेहरो वाली माँ की पावन महिमा तुम्हे सुनाता हु
ध्यान लगा के मीठी मीठी ताली मेरे साथ बजाना
जो मैं बोलू सचे मन से मेरे संग संग में तुम भी गाना
मन में इस के ममता भारी सब पर प्यार लुटाती है
सुख सादन ये सब को देती मैया ये वर दाती है,
मैं भी मन से जो भी मांगू इस के डर से पाता हु
मेहरो वाली माँ की पावन महिमा तुम्हे सुनाता हु
भगतो की ये भोली माँ है देवो की महारानी है इसकी करुना से ही पाता हर कोई दाना पानी है
तुम भी अब से यही केहना इसका दिया ही खाता हु
मेहरो वाली माँ की पावन महिमा तुम्हे सुनाता हु
सागर केहता मन से माँ की जो भी करता भगती है
संकट कोई पास न आये ऐसी देती शक्ति है
तुम भी माँ का ध्यान लगाना तुम को मैं समजाता हु
मेहरो वाली माँ की पावन महिमा तुम्हे सुनाता हु