तर्ज - आये हो मेरी जिंदगी में तुम ....
ओ टाडंगड़ वाले , हम आये तेरे द्वारे
हमने सुना है तू ही ....हो..हो..
हमने सुना है तू ही , भक्तो की नैया तारे
टाडंगड़ वाले....
दुख दर्द के है मारे , जो बाबा को पुकारे
करके कृपा तू बाबा , कर देता वारे न्यारे
आये है शरण तेरी , दुनिया से हम तो हारे
हमने सुना है तू ही ....हो..हो..
हमने सुना है तू ही , भक्तो की नैया तारे
टाटगड़ वाले....
इस जिंदगी में आजा , तू बहार बनके
तेरे प्यार की खुशबू से , जीवन मेरा ये महके
माता पिता तुम्ही हो , हम बच्चे है तुम्हारे
हमने सुना है तू ही ....हो..हो..
हमने सुना है तू ही , भक्तो की नैया तारे
टाटगड़ वाले....
तेरे नाम से ही चलता , हम भक्तो का गुजारा
श्री टाटगड़ भेरूजी , हमे तेरा ही सहारा ।।
दिल मे बसाके " दिलबर " गुण गायेंगे तुम्हारे
हमने सुना है तू ही ....हो..हो..
हमने सुना है तू ही , भक्तो की नैया तारे
टाटगड़ वाले....
✍️ रचनाकार ✍️
दिलीप सिंह सिसोदिया
❤️ दिलबर ❤️
नागदा जक्शन म.प्र .