जब तुम मेरे साथ हो डरने की क्या बात हो
तुम अंग भी संग भी तुम से मिले शक्ति भी
मेरी हस्ती तुम से ही जीवन भर करू भगती,
गुरु जी जय गुरु जी
घर के मन्दिर में तुम आँगन की तुलसी में तुम
मेरी सांसो की डोरी थामे बैठे हो तुम
गुरु जी जय गुरु जी
तुम साथ हो जब अपने सब कष्ट लगे कटने,
लगता है अब ऐसे सचे होंगे सपने
गुरु जी जय गुरु जी