ये नैया अटकी है मजधार
पार करो बाला जी नैया मन के खेवन हार,
ये नैया अटकी है मजधार ......
कष्ट मेरे सारे हर हर लेना अवगुण पर मेरे ध्यान न देना
बाला जी तेरी शरण में आये सुनो हे पालनहार
ये नैया अटकी है मजधार ...
बाला जी किरपा मुझ पर करना मेरा सहारा बन कर रेहना
जो भी दर पे आये तुम्हरे करते बेडा पार ,
ये नैया अटकी है मजधार