नन्दी रे मेरी बात सुनादे , भोले भंडारी ते
भोले भण्डारी ते सुनादे भोले भण्डारी ते
मेरा दुःख आज बतादे , भोले भण्डारी ते
1 ) दरद भरी है मेरी कहानी , बहुत घणा दुखियारा हूँ
कहना चाहू कह नही पाऊँ , में किस्मत का मारा हूँ
सोई किस्मत जगवादे , भोले भण्डारी ते
नन्दी रे मेरी बात सुनादे , भोले भंडारी ते
2 ) भोला मंदिर में बैठया , में खुली हवा में रहता हूँ
उसके पाँव दबावे सेवक , घणे कष्ट में सहता हूँ
कष्ट मेरा मिटवादे , भोले भण्डारी ते
नन्दी रे मेरी बात सुनादे , भोले भंडारी ते
3 ) वो छत्तीस पकवान उड़ावे , यहाँ खान के टूक नही
शिव शिव शिव में रटू रात दिन , इसमें कोई चूक नही
मने इक बार मिलवादे , भोले भण्डारी ते
नन्दी रे मेरी बात सुनादे , भोले भंडारी ते
4 ) तेरे कान में कह रहया भूलन शंकर तेरी सुनते है
सब कहते नन्दी जी सुनके , सब बातों को गुनते है
मेरी बिगड़ी बनवादे , भोले भण्डारी ते
नन्दी रे मेरी बात सुनादे , भोले भंडारी ते