राधा रमन हरी गोविन्द जय
बोले रे मन हरे कृष्णा हरे
राधा रमन हरी गोविन्द जय
बोले रे मन हरे कृष्णा हरे
हे मेरे गिरिधर हे गोपाला
हे मेरे गिरिधर हे गोपाला
तू ही दुःख दूर करे
हरे कृष्णा हरे
हरे कृष्णा हरे
हरे राम हरे
हरे कृष्णा हरे
अंधेरों में जलते दिए सा
साँचा तेरा नाम रे कान्हा
साँचा तेरा नाम
चांदी सोने से भी खरा है
एक मेरा घनश्याम जगत का
एक मेरा घनश्याम..
आन पड़ी मैं द्वार खड़ी मैं
आन पड़ी मैं द्वार खड़ी मैं
तू ही दुःख दूर करे
हरे कृष्णा हरे
हरे कृष्णा हरे
हरे राम हरे
हरे कृष्णा हरे -4