जब जब प्रेमियों के, संग खाटू आएगा,
तुझ पे भी साँवरे का, रंग चढ़ जाएगा...-2
बोझ परिवार वाला, सांवरे पे छोड़ दे,
मन को तू श्याम, प्रेमियों के संग जोड़ ले...-2
श्याम के भजन जो, उमंग से तू गाएगा,
तुझ पे भी साँवरे का, रंग चढ़ जाएगा.....
श्याम ने बुलाया यही, मन में विचार ले,
श्याम भजनो में थोड़ा, वक्त गुजार ले...-2
श्याम की तरंग, अंग अंग बह जाएगा,
तुझ पे भी साँवरे का, रंग चढ़ जाएगा....
जैसे जैसे सांवरे से, प्रीत बढ़ जाएगी,
नाम की खुमारी थोड़ी, और चढ़ जाएगी...-2
नाचेगा तू झूम के, मलंग बन जाएगा,
तुझ पे भी साँवरे का, रंग चढ़ जाएगा....
खाटू वाली गलियों में, देख ले तू घूम के,
बिगड़ी बना ले श्याम, चरणों को चूम के...-2
देखेगा जमाना ‘रोमी’, दंग रह जाएगा,
तुझ पे भी साँवरे का,रंग चढ़ जाएगा....
जब जब प्रेमियों के, संग खाटू आएगा,
तुझ पे भी साँवरे का,रंग चढ़ जाएगा।