साईं का दीवाना मंन हमारा
साईं ने जन्हा जन्हा भी ज्योत जलाई है ,
काली काली रात मई भी रौशनी सी आई है ,
अंखियो को खोल जरा ज्ञान के उजालो मई ,
रख विश्वास पूरा जग रखवाले मई ,
साईं रखवाली साईं तेरी सचाई है ,
साईं धन ही तेरी असली कमाई है ,
साईं ने जन्हा जन्हा भी ज्योत जलाई है ,
काली काली रात मई भी रौशनी सी आई है ,
द्वार द्वार भटके का दुःख बढ़ जाएगा ,
एक दर पकड़ेगा नशा चढ़ जाएगा ,
कितनी बार यह बात समजाई है ,
साईं के सिवाय हर चीज़ पराई है .
साईं ने जन्हा जन्हा भी ज्योत जलाई है ,
काली काली रात मई भी रौशनी सी आई है ,
साईं और देख अपनी दुनिया सवार ले ,
कितना सस्ता सौदा है प्यार देके प्यार ले ,
जिसने भी सच्चे दिल से आश लगाई है ,
साईं करम मई उसकी आश बंधाई है ,
साईं ने जन्हा जन्हा भी ज्योत जलाई है ,
काली काली रात मई भी रौशनी सी आई है ,
भक्ति के बंधनो को बांध पक्की डोर से ,
आंधिया चले गी इस सफर मई बड़े जोर से ,
माना इन रास्तो मई बड़ी कठिनाई है ,
लेकिन इन ठोकरों मई बड़ी गहराई है ,
साईं ने जन्हा जन्हा भी ज्योत जलाई है ,
काली काली रात मई भी रौशनी सी आई है ,