सुण ल्यो भगतों,
हो गया मोटा चाला रे,
मन्ने दर्शन दे गया,
लाल लंगोटे आला रे,
मन्ने दर्शन दे गया,
लाल लंगोटे आला रे।
बालाजी ते मिलके ने मैं,
फुल्यां नहीं समाया रे,
करके दर्शन बाबा के,
मेरी आनंद होगी काया रे,
मेरी बंद किस्मत का,
खुल गया भक्तों ताला रे,
मन्ने दर्शन दे गया,
लाल लंगोटे आला रे।
पहले तो मैं रूप देख के,
घणां कसूता डर गया रे,
फेर सर पर हाथ धरया,
मेरा सारा पेटा भर गया रे,
मैं राम नाम की,
रटन लग्या सूं माला रे,
मन्ने दर्शन दे गया,
लाल लंगोटे आला रे।
यूँ बोल्या मन्ने बालाजी ते,
बेटा क्यों घबरावे,
भीमसेन से भजन करे ज्या,
कदे नहीं दुःख पावै,
भगतां का यो बण के रहवे,
रखवाला रे,
भगतां का यो बण के रहवे,
रखवाला रे,
मन्ने दर्शन दे गया,
लाल लंगोटे आला रे......