जमाने में उसकी,
जय जय कार हो जाए,
जिसे शीश दानी से,
प्यार हो जाए,
जिसे शीश दानी से,
प्यार हो जाए।।
सुखमय बीते उसका जीवन,
दुखड़े उसके दूर हो,
लक्ष्य उसपे मेहरबां हो,
भंडारे भरपूर हो,
सुखी संपन्न उसका,
परिवार हो जाए,
जिसे शीश दानी से,
प्यार हो जाए।।
वो बड़ा ही भाग्यवान है,
उसकी हस्ती आला है,
वो मुक़ददर का धनी है,
वो नसीबों वाला है,
जिसे सांवरे का,
दीदार हो जाए,
जिसे शीश दानी से,
प्यार हो जाए।।
मौजों से खतरा है उसको,
और ना तूफानों का डर,
लिख दिया है नाम जिसने,
सांवरे का नाँव पर,
बेड़ा उसका तूफ़ा से,
पार हो जाए,
जिसे शीश दानी से,
प्यार हो जाए।।
बादशाहों से भी ऊँचा,
हो जाए उसका मुकाम,
सांवरे श्री श्याम का,
भक्तों जी बन जाए गुलाम,
जो भी सांवरे का,
सेवादार हो जाए,
जिसे शीश दानी से,
प्यार हो जाए.....