पकड़ लो हाथ बनवारी,
नहीं तो डूब जायेंगे,
हमारा कुछ ना बिगड़ेगा,
तुम्हारी लाज जाएगी,
पकड़ लो हाथ बनवारी,
नहीं तो डूब जायेंगे।
धरी है पाप की गठरी,
हमारे सर पे ये भारी,
वजन पापों का है भारी,
इसे कैसे उठाऐंगे,
पकड़ लो हाथ बनवारी,
नहीं तो डूब जायेंगे।।
तुम्हारे ही भरोसे पर,
जमाना छोड़ बैठे हैं,
जमाने की तरफ देखो,
इसे कैसे निभाएंगे,
पकड़ लो हाथ बनवारी,
नहीं तो डूब जायेंगे।।
दर्दे दिल कहे किससे,
सहारा ना कोई देगा,
सुनोगे आप ही मोहन,
और किसको सुनाऐंगे,
पकड़ लो हाथ बनवारी,
नहीं तो डूब जायेंगे।।
फंसी है भँवर में नैया,
प्रभु अब डूब जाएगी,
खिवैया आप बन जाओ,
तो बेड़ा पार हो जाए,
पकड़ लो हाथ बनवारी,
नहीं तो डूब जायेंगे........