बोल सांचे दरबार की जय जय
वो रास्ता आसान करेगी माँ दूर थकान करेगी
आधी शक्ति की शक्ति है,
बोल सांचे दरबार की जय जय,
नन्हे नन्हे बालको में भर्ती है जोश माँ
नंगे नंगे पाँव चड जाते कई कोष माँ
बले तर्जा करू सुख के
बोल सांचे दरबार की जय जय,
दाती का उर्जा से पुण्ये दरबार है
जय जगजनी की तू बोल तेरा बेडा पार है
ये सुन कर दुःख तर ते
बोल सांचे दरबार की जय जय,
पोडियो पे टेक ता जो माथा माँ के द्वार पर
अद्भुत होता है एहसास माँ के उस पहाड़ पर
हो न विजय है उस का तेय
बोल सांचे दरबार की जय जय,