आदत है श्याम तेरी, आदत है श्याम तेरी
हारे का साथ देना, आदत है श्याम तेरी
जब जब भी आंसू टपके, एक पल ना तू लगाता
भक्तो के खातिर बाबा, पल भर में दौड़ा आता
झोली को भर देना-2, आदत है श्याम तेरी
हारे जो जिंदगी से, तेरे दर पे वो है आता
पाए वो तुमसे खुशिया, गम सारे भूल जाता
हारे का साथ देना-2, आदत है श्याम तेरी
गुणगान श्याम तेरा, हर पल "गोपाल" गाता
चौखट पे श्याम तेरी, सर को है झुकाता
अपने गले लगाना-2, आदत है श्याम तेरी
भजन लेखक:-
गोपाल गोयल "श्याम दिवाना"
(9811845745)