( ये रियासते ये बाजार तेरे,
सभी चार दिन की है चांदनी,
मुझे उस फ़क़ीर की शान दे,
की ज़माना जिसकी मिसाल दे। )
तेरी चौखट पे आना मेरा काम है,
मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है,
जिसका दुनिया में अपना,
कोई भी ना हो,
उसको अपना बनाना तेरा काम है,
तेरी चौखट पे आना मेरा काम हैं,
मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है।।
मुझसे सारा जमाना क्यूँ ना नफरत करे,
मुझको ह्रदय लगाना तेरा काम है,
मुझको ह्रदय लगाना तेरा काम है,
तेरी चौखट पे आना मेरा काम हैं,
मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है।।
मैं तो घर से चला था यही सोचकर,
आगे रस्ता दिखाना तेरा काम है,
आगे रस्ता दिखाना तेरा काम है,
तेरी चौखट पे आना मेरा काम हैं,
मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है।।
तेरे चरणों में सर को झुका ही दिया,
मेरे सर को उठाना तेरा काम है,
मेरे सर को उठाना तेरा काम है,
तेरी चौखट पे आना मेरा काम हैं,
मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है।।
मैंने झोली फैला दी तेरे द्वार पर,
दान भक्ति का पाना तेरा काम है,
दान भक्ति का पाना तेरा काम है,
तेरी चौखट पे आना मेरा काम हैं,
मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है।।
तेरी चौखट पे आना मेरा काम है,
मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है,
जिसका दुनिया में अपना,
कोई भी ना हो,
उसको अपना बनाना तेरा काम है,
तेरी चौखट पे आना मेरा काम हैं,
मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है.........