भरने को खप्पर खून से, बिखरा के काले बाल,
छमा छम छमा छम नाचे कालका॥
किलकारी मारे जोर से, किलकारी मारे जोर से,
किलकारी मारे जोर से, कर गुस्से में नैना लाल,
छमा छम नाचे कालका,
भरने को को खप्पर ख़ून से।।
तलवार को लेकर हाथ में, तलवार को लेकर हाथ में,
तलवार को लेकर हाथ में और रूप बना विकराल,
छमा छम नाचे कालका,
भरने को को खप्पर ख़ून से।।
लटका कर बाहर जीभ को, लटका कर बाहर जीभ को,
लटका कर बाहर जीभ को, सुन ढोल नगाड़ों की ताल,
छमा छम नाचे कालका,
भरने को को खप्पर ख़ून से।।
कहे राज अनाड़ी देखकर, कहे राज अनाड़ी देखकर,
कहे राज अनाड़ी देखकर, हुआ दुश्मन दल बेहाल,
छमा छम नाचे कालका,
भरने को को खप्पर ख़ून से।।