विद्या बुद्धि देऊ महाराज, गजानंद गोरी के लाला,
गौरी के लाला, गजानंद गोरी के लाला,
विद्या बुद्धि देऊ महाराज, गजानंद गोरी के लाला॥
पिता तुम्हारे शिव शंकर हैं, मस्तक पर चंदा,
मात तुम्हारी पार्वती है, पूजे जग सारा,
विद्या बुद्धि देऊ महाराज, गजानंद गोरी के लाला॥
मूषक वाहन सुढ सुडाला रूप तेरा चांगा,
गले वैजयंती माला सोहै, चढ़े पुष्पगंधा,
विद्या बुद्धि देऊ महाराज, गजानंद गोरी के लाला॥
जो जन तुम को नहीं मानते उनका भाग मांदा,
जो जन तुमरी करें साधना, खूब चले धंधा,
विद्या बुद्धि देऊ महाराज, गजानंद गोरी के लाला॥
रिद्धि सिद्धि के तुम दाता, विघ्न हरण करता,
मोदक लड्डू भोग तुम्हारा, हाथ सोहे फरसा,
विद्या बुद्धि देऊ महाराज, गजानंद गोरी के लाला......