घर-घर में तुलसा सजी खड़ी,
शालिग्राम ढूंढ रहे गली गली॥
टीका लाया पहनू प्यारी क्यों सोच रही हो खड़ी खड़ी,
मुझे डर है राधा प्यारी का कहीं देख ना लेवे खड़ी खड़ी,
घर-घर में तुलसा सजी खड़ी,
घनश्याम ढूंढ रहे गली गली॥
झुमके लाया पहनो प्यारी क्यों सोच रही हो खड़ी खड़ी,
मुझे डर है राधा प्यारी का कहीं देख ना लेवे खड़ी खड़ी,
घर-घर में तुलसा सजी खड़ी,
शालिग्राम ढूंढ रहे गली गली॥
हरवा लाया पहनो प्यारी क्यों सोच रही हो खड़ी खड़ी,
मुझे डर है राधा प्यारी का कहीं देख ना लेवे खड़ी खड़ी,
घर-घर में तुलसा सजी खड़ी,
शालिग्राम ढूंढ रहे गली गली॥
कंगन लाया पहनो प्यारी सोच रही हो खड़ी खड़ी,
मुझे डर है राधा प्यारी का कहीं देख ना लेवे खड़ी खड़ी,
घर-घर में तुलसा सजी खड़ी,
शालिग्राम ढूंढ रहे गली गली॥
पायल लाया पहनो प्यारी क्यों सोच रही हो खड़ी खड़ी,
मुझे डर है राधा प्यारी का कहीं देख ना लेवे घड़ी घड़ी,
घर-घर में तुलसा सजी खड़ी,
शालिग्राम ढूंढ रहे गली गली॥
चुनरी लाया ओढो प्यारी क्यों सोच रही हो खड़ी खड़ी,
मुझे डर है राधा प्यारी का कहीं देख ना लेवे खड़ी खड़ी,
घर-घर में तुलसा सजी खड़ी,
शालिग्राम ढूंढ रहे गली गली॥