इतनी सुंदर है माँ तेरी नज़रे,
भोले पैदल चले आ रहे है।।
उनकी जटा में गंगा बिराजे,
वो बहाते चले आ रहे है,
उनके माथे पे चंदा है साजे,
चमकाते चले आ रहे है।।
उनके कानो में बिछु बिराजे,
वो लटकाते चले आ रहे है,
उनके गले में नाग बिराजे,
लहराते चले आ रहे है ।।
उनके हाथों में डमरू बिराजे,
वो बजाते चले आ रहे है,
उनके अंगो में बाघंबर चाला,
वो पहनते चले आ रहे है ।।