झंडा झूले जोगीया वे तेरा लाल गुलाबी,
झंडा झूले जोगीया वे तेरा लाल गुलाबी॥
चोही कुंठी झूले झंडा नाले धुम्मा पावे,
झूल झूल पावे दिल नू खींचा नाले मस्त बनावे,
गौंदे फिरदे नाम दीवाने होके मस्त शराबी,
झंडा झूले जोगीया वे तेरा लाल गुलाबी॥
झिलमिल करदा झंडा तेरा ऊंचिया शाना वाला,
वेखे जो भी रंग ए सूहा हो जावे मतवाला,
कटदा सबदे रोग पुराने दूर करे खराबी,
झंडा झूले जोगीया वे तेरा लाल गुलाबी॥
घर घर झूले झंडा तेरा मां रत्नों दे पाली,
बारह वर्षा चारियां गयियां होके जग दा वाली,
कलयुग दा है राखा तुहिओ हथ तेरे है चाबी,
झंडा झूले जोगीया वे तेरा लाल गुलाबी॥
पूजा करदा ‘यू पी सी पी’ मान करे मद्रासी,
तरले पावन राजस्थानी आ गुफा दे वासी,
पौनाहारी उडदा आवे गौण जीथे पंजाबी,
झंडा झूले जोगीया वे तेरा लाल गुलाबी॥