प्रेम में दीवानी गौरा रानी हो गई,
ओ डमरु वाले मैया गौरा तो दीवानी हो गई.....
माँ बाबा ने बड़ा समझाया,
काहे जोगी तेरे मन भाया,
भोले तुम्हरे नाम ज़िन्दगी हो गई,
ओ डमरु वाले मैया गौरा तो दीवानी हो गई.....
राज महल मोहे अब ना सुहाए,
मेरे मन को कैलाश ही भाए,
मैं तो भोले बाबा की दासी हो गई,
डमरु वाले मैया गौरा तो दीवानी हो गई.....
ना पहनू मैं शाल दुशाले,
मेरे मन भाए डमरू वाले,
कैसी ये अजब कहानी हो गई,
डमरु वाले मैया गौरा तो दीवानी हो गई.....
भोले संग कैलाश मै जाऊं,
गंगा जल मैं उनको चढ़ाऊ,
दुनिया ये सारी बेगानी हो गई,
डमरु वाले मैया गौरा तो दीवानी हो गई.....