बाबा भक्तों से तेरे सुना,
तू तो दानी दयावान है,
हार के आया जो दर तेरे,
तू उसपे रहता मेहरबान है.....
कितना हारा हूँ मै बेसहारा हूँ मै,
बाबा तू जान ले गम का मारा हूँ मै,
मेरी मजबूरिया मेरी बेचैनिया,
सुन मेरे साँवरे क्यों है ये दूरियां,
कितनो को तुमने कितना दिया,
कह रहा सारा जाहान है,
हारा मतलब की दुनियां से मै,
बालक तेरा ये नादान है.....
तेरी किरपा बिना ना जी पाउँगा मै,
हाथ छोड़ा मेरा तो मिट जाऊँगा मै,
साथ कोई रहे ना रहे साँवरे,
तू बनके साथी मेरा सदा साथ चले,
मै अंधेरों में आन घिरा दिल मेरा परेशान है,
हाथ पकड़ो मेरा साँवरे राहें जीवन की अनजान है....
तू अगर साथ है तो जीत जाऊँगा मै,
मझधार से भी तर जाऊँगा मै,
तुझसा दाता मिले जो मुझे साँवरे,
सारे कष्ट और गम मिट जाये मेरे,
न्योछावर तुझपे जीवन मेरा,
तुमसे ही मेरी पहचान है,
संजय कहता सुनो साँवरे,
बिन तेरे जीना बेकार है......