बैर तोड़ तोड़ झोली विच पावे बिलनी
कंडा चुबे ते राम राम करे बिलनी
असा सुनिया के राम साड़ी गली आये ने
उत्थे रस्ते साफ करावे बिलनी
कंडा चुबे.....
राम लयी घर बार ते संसार छड़या
फुल पत्तिया दी झोपडी बनावे बिलनी
कंडा चुबे....
असा सुनिया के राम साड्डे घर आये ने
खट्टे मीठे बैर राम जी नु खिलावे बिलनी
कंडा चुबे....