हे संकट मोचन करते हे वंदन,
तेरे बिना संकट कौन हरे ओ बाबा तेरे बिना....
सालासर वाले,तुम हो रखवाले,
तेरे बिना संकट कौन हरे.....
सिवा तेरे ना,दूजा हमारा,
तू ही आकर के देता सहारा
जो विपदा आवे, पल में मिट जावे
तेरे बिना संकट कौन हरे...
तूने रघुवर के दुखडो को टाला,
हर मुसीबत से, उनको निकाला,
रघुवर के प्यारे,आँखों के तारे,
तेरे बिना संकट कौन हरे...
अपने भक्तो के दुखड़े मिटाये
हर्ष आफत से हमको बचाये
किरपा यु रखना थामे तू रखना
तेरे बिना संकट कौन हरे...