खाटूवाला-खाटूवाला वो लीले घोड़े वाला,
रोम रोम मे रमा हुआ है, तेरी ज्योत का आला रे आला,
खाटूवाला-खाटूवाला वो लीले घोड़े वाला॥
भीमसेन के पौत्र लाडले अहलवती के लाला,
पाण्डव कुल अवतार श्याम जी, जपूँ तिहारी माला रे माला,
खाटूवाला-खाटूवाला वो लीले घोड़े वाला॥
रे बालक तू क्या करने को युद्ध भूमि मे आया,
ये बच्चों का खेल नही है तेरी छोटी काया रे काया,
खाटूवाला-खाटूवाला वो लीले घोड़े वाला॥
तीन बाण ले महाभारत का युद्ध देखने आया,
छोटे से बालक को देखकर श्री कृष्ण बतलाया बतलाया,
खाटूवाला-खाटूवाला वो लीले घोड़े वाला॥
सुनकर के आवाज प्रभु की बालक यू फरमाया,
हारेगा उस ओर लडूँगा अहलवती का जाया रे जाया,
खाटूवाला-खाटूवाला वो लीले घोड़े वाला॥
वीर पराक्रम कोई दिखाओ गर्व तुम्हारा माने,
एक बाण से वृक्ष के पत्ते सब छेदों तो जाने रे जाने,
खाटूवाला-खाटूवाला वो लीले घोड़े वाला॥
महाशक्ति का सुमिरण करके उसने बाण निकाला,
पत्ते छेदे उस तरुवर के अपना प्रण ना टाला रे टाला,
खाटूवाला-खाटूवाला वो लीले घोड़े वाला॥
श्री कृष्ण से वचन बद्ध हो शीश दान दे डाला,
तेरी महिमा कोई ना जाने तू है देव निराला निराला,
खाटूवाला-खाटूवाला वो लीले घोड़े वाला॥
तेरी शरण में आये बाबा हम सबको अपना ले,
आलूसिंह जी की यही कामना रंग में तेरे मिलाले मिलाले,
खाटूवाला-खाटूवाला वो लीले घोड़े वाला॥