जहा से में हारा तेरे दर पे आया,
सँभालो मुझे श्याम तेरा ही सहारा,
मेरी किस्मत भी सवारों ना बाबा,
मेरे सावरे अपना वादा निभा जा......
दर दर की ठोकर श्याम खाई हे मेने,
अपने पराये श्याम पहचाने मेने,
गिरते हुए को गिराता जमाना,
सँभालो मुझे श्याम.......
तेरी दया का प्यासा हूँ साँवरे में,
कितने हे दिल के छाले ये जान ले रे,
खुद रो पड़ोगे मेरी हालात पे बाबा,
सँभालो मेरे श्याम,.......
चौखट से तेरी श्याम जाऊ ना ख़ाली,
अब होंगे दर्शण तेरे या जाये जान मेरी,
राही ने समझा श्याम तेरा ये इशारा,
सँभालो मेरे श्याम........