लाले-लाले अरहुल के माला बनेलऊँ,
गरदनि लगा लियोऊ माँ।
हे माँ गरदनि लग लियोऊ माँ.....
हम सब छी धीया-पूता आहाँ महामाया,
आहाँ नई करबै त करतै के दाया।
ज्ञान बिनु माटिक मुरति सन ई काया,
तकरा जगा दिय माँ।
हे माँ तकरा जगा दिय माँ.....
कोठा-अटारी ने चाही हे मइया,
चाही सिनेह नीक लागै मड़ैया।
ज्ञान बिनु माटिक मुरुत सन ई काया,
तकरा जगा दिया माँ।
हे माँ तकरा जगा दिया माँ.....
आनन ने चानन कुसुम सन श्रींगार,
सुनलऊँ जे मइया ममता अपार।
भवन सँ जीवन पर दीप-दीप पहार भार,
तकरा हटा दिय माँ।
हे माँ तकरा हटा दिय माँ.....
सगरो चराचर अहीं केर रचना,
सुनबई अहाँ नै त सुनतै के अदना।
भावक भरल जल नयना हमर माँ,
चरनऊ लगा लियोऊ माँ।
हे माँ चरनऊ लगा लियोऊ माँ.....