तू मन से बुला के देख मैया आएगी,
तू लगन लगा के देख,मैया आएगी,
तू लगन लगा के देख मैया आएगी……
मंदिर मंदिर भटक रहा मन ढूंढ रहा तू है किसको,
जिसके हृदय में भाव है सच्चा ढूंढ रही है माँ उसको,
जरा भाव जगा के देख मैया आएगी,
तू लगन लगा के देख मैया आएगी………..
आडम्बर को त्याग के माँ के चरणों को तू थाम ले,
जय मैया की जय मैया की कहकर माँ का नाम ले,
तू शरण में आके देख मैया आएगी,
तू लगन लगा के देख मैया आएगी………..
सौरव मधुकर भले बुरे कर्मो को पहचानती है ,
भाव है किसके मन में कैसे ये सब कुछ मां ही जानती है,
इसे अपना बना के देख मैया आएगी,
तू लगन लगा के देख मैया आएगी………..