हारा हु साथ नभावो बाबा,
मुझको भी गले से लगाओ न बाबा,
देने है हो मुझे अगर बाद में आंसू पहले मुझे हसाओ न बाबा,
हारा हु साथ निभाओ बाबा,
जितने भी अपने थे वो सरे पराये है,
हार के बाबा तेरी शरण में आये है,
तेरा ही सहारा है तू ही तो हमारा है,
अपनों को एसे तरसाओ न बाबा,
हारा हु साथ..............
तेरी दात्री बड़ी मशहुर है,
खाटू नगरी बाबा बड़ी है दूर है,
पहली बार आया हु आस लेके आया हु,
हालत पे मेरी तरस खाऊ न बाबा,
हारा हु साथ निभाओ बाबा...........
हारे के जो भी आया फिर नही हारा है संवारे सलोने तूने जीवन सवारा है
कुछ नही मेरा है कन्हिया भी तेरा है,
पकड़ा जो हाथ छुड़ाओ न बाबा,
हारा हु साथ निभाओ बाबा..................