मोहे रंग दे श्याम तेरे रंग में मोहे रंग दे......
तेरे ही रंग में तो मीरा रंगी थी,
मेरो तो गिरधर गोपाल कहे सब से । मोहे रंग दे,
मोहे रंग दे श्याम तेरे रंग में मोहे रंग दे......
राधे को कैसों तू रंग चढ़ायो,
हो गई वो बेहाल गयो जब से । मोहे रंग दे,
मोहे रंग दे श्याम तेरे रंग में मोहे रंग दे......
नरसी भगत के चढ़यो रंग ऐसो,
नाचे वो नौ नौ ताल झूमे तब से । मोहे रंग दे,
मोहे रंग दे श्याम तेरे रंग में मोहे रंग दे......
जिसको भी तेरा ये रंग चढ़ा है,
मिटे सभी जंजाल मिले तुझसे । मोहे रंग दे,
मोहे रंग दे श्याम तेरे रंग में मोहे रंग दे......
बिन्नू को ऐसे ही रंग में भिगोदे,
अर्ज़ी सुन नंदलाल खड़ा कब से । मोहे रंग दे,
मोहे रंग दे श्याम तेरे रंग में मोहे रंग दे......