जन्माष्टमी का दिन लागे बड़ा प्यारा

जन्माष्टमी का दिन लागे बड़ा प्यारा
सोने के पलने में रेशम की डोरी बांधे,
झूला झुलाये बृज बाला

मथुरा में काहना जनम लियो है,
जग हित को अवतार लियो है ।
सोलह कलाः सम्पूरण कन्हाई,
ऐसा दूजा देव है नाही,
लड्डू गोपाल लागे प्यारा ॥
जन्माष्टमी का दिन...

दूध दही और छाछ लुटाओ,
माखन मिश्री भोग लगाओ ।
खुद नाचो और जग को नचाओ,
मिल्झुल के यह पर्व मनाओ,
आया जग का रखवाला ॥
जन्माष्टमी का दिन...

व्रत राखो और मंदिर जाओ,
भजनों से काह्नो को रिझाओ ।
तन मन धन सब इस पे वारो,
करो श्रृंगार और आरती उतारो,
मन को बाए नंदलाला ॥
जन्माष्टमी का दिन...

श्रेणी
download bhajan lyrics (1742 downloads)