आया शरण मै तेरी संवारे,
पकड़ो कलाही मेरी संवारे,
दुनिया ने मारी एसी ठोकर,
आया शरण में सब कुछ खो कर,
अब तो उठा कर शरण लगा ले,
करता क्यों देरी अब तू संवारे,
आया शरण मै तेरी संवारे,
दुनिया में सारे मतलब वाले,
तन सबके उजले पर मन है काले,
माया का बंधन छुड़ा करके बाबा,
लेले शरण में तेरी सांवरे,
आया शरण मै तेरी संवारे,
बीच बावर में नोका फसी है,
पार लगा दे क्या बे रुखी है,
मीरा की बहिया बन जा तू बाबा,
पतवार मेरी तू ले संवारे,
आया शरण मै तेरी संवारे,
गेरे है मुझको गम के अन्देरे,
गबराए बिन न सुल्जे सवेरे,
रोशन तू करदे सारे अँधेरे,
येही तमना मेरी संवारे,
आया शरण मै तेरी संवारे,
श्याम प्यारे खाटू वाले यह जीवन है तेरे हवाले,
अमित बंसल हनुमानगढ़