भक्ति दगा ना देगी तुझे भगवान दगा ना देगा,
विश्वास करके देखो सुमिरन दगा ना देगा,
भक्ति दगा ना देगी....
सच्ची लगन लगाई मीरा ने श्याम से तो,
विष को बनाया अमृत मीरा के श्याम ने तो,
साथी है जो विधाता तो दुश्मन भी क्या करेगा,
भक्ति दगा ना देगी.....
द्रुपदी ने जब पुकारा उसको दिया सहारा,
भरी सभा में पापी वह दुशासन भी हारा,
मुजरिम है हम उसी के कोई क्या खता करेगा,
भक्ति दगा ना देगी.....
बनकर के राम उसने शबरी के बेर खाए,
मन में करी ना शंका भक्ति के आगे हारे,
दुखिया है दुख के दाता हम सब के दुख भरे गा,
भक्ति दगा ना देगी.....