कोई बिछुड़ गया मिल के ॥
सूंदर श्याम सलोना छोरा,
तड़पा के तोडा दिल मोरा,
किये टुकड़े मेरे दिल के,
कोई विछुड़ गया मिल के,
मोटे मोटे नैनो वाला,
सूरत प्यारी रंग था काला,
मेरा यादो में दिल बिलखे,
कोई बिछुड़ गया मिल के
नाम न पूछा उसका गांव न पूछा,
घर नहीं पूछा मुकाम न पूछा,
गुम राही रहे मंजिल के,
कोई बिछुड़ गया मिल के
पागल हुआ मेरा दिल
कोई बताये न उसका ठिकाना,
जख्मी दिल हुआ शील शील के,
कोई बिछुड़ गया मिल के