ज्योत जगाएंगे, निशान उठाऐगे,
आया फागुन मेला हम खाटू जाएंगे.....
है किरपा बाबा की हर बार बुलाता है,
आवाज लगाते हैं लीले चढ़ आता है,
मेरी नईया के माँझी बाबा बन जाएंगे,
ज्योत जगाएंगे, निशान उठाऐगे.....
बाबा से कर बांते खाटू में जा कर के,
अरदास लगाएंगे बाबा जी के आगे,
वो सुनते हैं सबकी, हम उनको सुनाएंगे,
ज्योत जगाएंगे, निशान उठाऐगे.....
है भाव का भुखा श्याम, बस भजन करो दिल से,
फिर देख नजारा तू मेरे बाबा से मिल के,
“घोटू” भज श्याम सदा बाबा मिल जाएंगे,
घोटू रख धीर जरा सब काम बन जायेंगे,
ज्योत जगाएंगे, निशान उठाऐगे.....