घिर आया है जीवन में मेरे कष्टों का तूफान 
हाथ पकड़ ले आके मेरा कहीं निकल ना जाये जान
थामो हाथ आके मेरे सांवरिया 
दर पे खड़ा है तेरे भगत बावरिया 
लाखों की बाबा तूने बिगड़ी बनायीं है 
मेरी भी किस्मत तेरे दर पे ले आई है 
मैंने सुना है तू हारे का सहारा है
हारे का सहारा बेसहारे का सहारा है 
कैसी जादूभरी तेरी नगरिया 
दर पे खड़ा है तेरे भगत बावरिया 
आँखों में आंसू और पैरों में छले हैं 
रूठा क्यों मुझसे मेरे श्याम खाटू वाले है 
मेरा जीवन अब तो तेरे हवाले है 
मुझसे भी पहले तूने लाखों संभाले हैं
बीत जाये चाहे साड़ी उमरिया 
दर पे खड़ा है तेरे भगत बावरिया 
शीश का दानी है तू लखदातार है 
धीरज बँधाये तू ही करे बेडा पार है 
चरणों में तेरे मेरा कुल संसार है 
काठ पुतली हूँ में तू ही करतार है 
मेरा श्याम देखो सबकी रखता खबरिया 
दर पे खड़ा है तेरे भगत बावरिया