मेरी अम्बे तू कल्याणी देवी तू वरदानी,
मोहे अपने गले लगाले माता में अज्ञानी……
तेरी कृपा से इस जग में रोशन है चाँद और सितारे,
माता हमको पार उतारे हम है तेरे सहारे,
मुझ पर तेरी मेहर रहे माँ देवी तू वरदानी,
मोहे अपने गले लगाले माता में अज्ञानी…..
रूप तुम्हारा सबसे निराला इस जग में फैला उजियारा,
देख के इस उजियारे को माँ भक्त करे जय कारा,
भरदो झोली मेरी देवी तू वरदानी,
मोहे अपने गले लगाले माता में अज्ञानी…..
भक्ति का वरदान में पाव आठ पहर तुम्हरे गान गाऊं,
नाम तुम्हारा जप्ती जाऊं भव सागर को पार लगाउ,
मन मंदिर में तुम्हे बिठाऊ देवी तू वरदानी,
मोहे अपने गले लगाले माता में अज्ञानी……