श्यामा वे बंसी वालिया मैं तेरे बिन ना रैहन्दी,
श्यामा वे कुण्डलां वालिया मैं तेरे बिन ना रैहन्दी....
श्यामा तेरा प्यार अनोखा,
देखी दें ना जावीं धोखा,
पल पल तेरी याद वे श्यामा,
मैंनू सतांदी रैहन्दी,
श्यामा वे हारांवालिया मैं तेरे बिन ना रैहन्दी....
श्यामा ऐ कि जादू पाया,
नींद उड़ाई मेरा चैन गंवाया,
कि दसहां मैं हरदम श्यामा,
तैंनू लबदी रैहन्दी,
श्यामा वे हारांवालिया मैं तेरे बिन ना रैहन्दी....
कि अपने ते कि ने बेगाने,
लोकी मैनू मारदे ताने,
तेरा बिछौड़ा श्यामा वे मैं,
इक पल भी ना सैहन्दी
श्यामा वे हारांवालिया मैं तेरे बिन ना रैहन्दी....
श्यामा ये तूं बंसी बजावे,
घर दे सारे कम छुड़ावे,
बंसी दी आवाज़ में सुन के,
मैं तैनू लबदी रैहन्दी
श्यामा वे हारांवालिया मैं तेरे बिन ना रैहन्दी....