कर भरोसा सांवरिये पर आंच नहीं आने देगा,
तुझपे कोई संकट आये सबसे पहले खड़ा होगा....
श्याम भरोसे तू चलता जा मंज़िल तक ले जाएगा,
राह में कोई विपदा आई खुद उसको निपटाएगा,
बीच भंवर में फंसी जो नैया खुद ही किनारे लगा देगा,
कर भरोसा सांवरिये पर आंच नहीं आने देगा.....
जो भी अपने सब मतलब के देख के नज़र चुराते है,
जब से मेरे दिन बदले हैं खुद घर अपने बुलाते हैं,
कर ले भरोसा इसकी कृपा पे क्या से क्या ये बना देगा,
कर भरोसा सांवरिये पर आंच नहीं आने देगा.....
हे माधव तुम इतने दयालु आज मुझे महसूस हुआ,
बाल ना बांका हुआ उदित का जबसे तेरा हास हुआ,
हो जा दीवाना श्याम धणी का सारी दुनिया घुमा देगा,
कर भरोसा सांवरिये पर आंच नहीं आने देगा.....