बाबा साँसों की माला अब है तेरे हवाले,
तू चाहे तो तोड़ दे इसको तू चाहे तो बचाये, 
बाबा साँसों की माला.....
तूने ही तो इस माला में एक एक मनका पिरोया,
उजड़े जीवन को बाबा हाथों से अपने संजोया, 
तेरे हाथों छोड़ दी डोरी तू ही इसे संभाले, 
बाबा साँसों की माला.....
साँसों की ये नैया बाबा चलती तेरे इशारे,
जब तक तू है नाव का माझी मिलते रहेंगे किनारे, 
बिन पतवार के तू ही बाबा भव से नाव निकाले, 
बाबा साँसों की माला....
साँसों का तो क्या है भरोसा कब आये कब जाए, 
तेरे भरोसे जीवन बाबा तू ही इसे बनाये, 
आरती शर्मा की साँसों में श्याम ही श्याम समाये, 
बाबा साँसों की माला.....