जय गिरधर गोपला मेरा जय गिरधर गोपाला,
जो कल्याण करे सब जग भक्तन का रखवाला॥
रूप विराट दिखा अर्जुन को गीता ज्ञान बताया,
सारे जग को हे परमेश्वर कर्म का पाठ सिखाया,
है कमलापति है नारायण तू जग प्रतिपाला॥
द्रुपद सुता को चीर बढ़ाया गज की जान बचाई,
दुर्योधन के मेवा त्यागे साग विदुर घर खाई,
जब जब कष्ट पड़ा भक्तों तुमने आन सम्हाला॥
दीनो के दुख हरने वाले तुमको नमन हमारा,
निश दिन शीष झुकता तुमको द्वारे इक दुखियारा,
राजेन्द्र को निज धूल चरण की दे दे दीनदयाला॥
गीतकार/गायक-राजेन्द्र प्रसाद सोनी