मेरे शंकर डमरू वालया तैनु पूजे दुनिया सारी,
तीन लोक दा मालिक बाबा शिव भोला भंडारी....
मस्त मस्त रहे मस्त मलंगा शंकर डमरू वाला,
तन तेरे पाघ्म्भर सोहे गल विच फनियर काला,
सर्व सुखो का मालिक है तेरी लीला जग से न्यारी,
मेरे शंकर डमरू वालया तैनु पूजे दुनिया सारी....
जो प्राणी तेरे नाम दा सुमिरन करदे सांझ सवेरे,
रोग कष्ट सभी कट जांदे दुःख न आवे नेड़े,
मस्तक तेरे चंदा सजदा नंदी दी सवारी,
मेरे शंकर डमरू वालया तैनु पूजे दुनिया सारी.....
तीन लोक में खंड में डमरू महादेव का बाजे,
पैर मे घुंघरू जटा मे गंगा हाथ कमंडल साजे,
लखा तारे तू इस जग ते मैनू वी हुण तारे,
मेरे शंकर डमरू वालया तैनु पूजे दुनिया सारी.....