कोई देवता नही है भोलेनाथ की तरह,
लुटा ते है खजाने बड़े साब की तरह.....
शिव ने हमारे वास्ते क्या क्या नही किया,
सो बार शुकरीयाँ है सो सो बार शुकरीयाँ,
रखते ख्याल मेरा औलाद की तरह,
लुटाते है खजाना बड़े साब की तरह……
एहसान इनके लाखो है कितने मैं गिनाऊ,
किस किस बताऊ और क्या क्या बताऊ,
ये लाज मेरी समजे अपनी लाज की तरहा,
लुटाते है खजाना बड़े साब की तरह…….
अब मांगने को हाथ ये उठ ते नही मेरे,
कहता पवन अब कोई चिंता नही गेरे,
रहे संग ये हमेशा मेरी सास की तरह,
लुटाते है खजाना बड़े साब की तरह…