दिल को अब आराम आया देखो,
रेवाड़ी में श्याम आया देखो, 
खुशियों का पैगाम लाया देखो, 
सोलह रही धाम बनाया देखो.... 
बरसों से जो देखा था वो सपना अब साकार हुआ,
रेवाड़ी में भी बाबा का सुन्दर एक दरबार हुआ, 
रखने सबका मान आया देखो, 
रेवाड़ी में श्याम आया देखो, 
दिल को अब आराम आया देखो, 
रेवाड़ी में श्याम आया देखो.... 
वैसे तो मेरे श्याम धणी के कई धाम है, 
लेकिन सोलह रही का मंदिर सबसे आलीशान है, 
स्वर्ग से सुन्दर धाम बनाया देखो, 
रेवाड़ी में श्याम आया देखो, 
दिल को अब आराम आया देखो, 
रेवाड़ी में श्याम आया देखो.... 
अगर किसी भी कारण कोई खाटू जा नहीं पायेगा,
दौड़ के वो तो सीधे बस सोलह रही धाम ही आएगा, 
करने सबका काम आया देखो, 
रेवाड़ी में श्याम आया देखो, 
दिल को अब आराम आया देखो, 
रेवाड़ी में श्याम आया देखो....
श्याम बहादुर जी की नगरी में जो कोई आएगा,
सोलह रही धाम में आके झोली वो भरवाएगा, 
हरने कष्ट तमाम आया देखो, 
रेवाड़ी में श्याम आया देखो, 
दिल को अब आराम आया देखो, 
रेवाड़ी में श्याम आया देखो.....