आँखें खोलूं तो तू नज़र आएं,
आँखें बंद करूँ तो तू नज़र आये,
हर जगह सांवरे बस तू नज़र आये,
आँखें खोलूँ तो तू नजर आए,
आँखें बंद करूँ तो तू नज़र आये।।
हर ग्यारस को सांवरिया,
मुझे खाटू बुलाते रहना,
छोटा सा हूँ दास तुम्हारा,
दिल से लगाते रहना,
मेरे दिल का ये ही है,
अरमान सांवरे,
आँखें खोलूँ तो तू नजर आए,
आँखें बंद करूँ तो तू नज़र आये।।
खाटू की पावन गलियों में,
जीवन बीते मेरा,
अंत समय जब आये मेरा,
वो स्थान हो तेरा,
मेरे दिल की ये ही है,
एक आस सांवरे,
आँखें खोलूँ तो तू नजर आए,
आँखें बंद करूँ तो तू नज़र आये।।
बड़ा ही पावन बड़ा निराला,
खाटू धाम हमारा,
जो भी यहाँ पर हार के आया,
उसको मिला सहारा,
‘सोनू गौतम’ के हो तुम आधार सांवरे,
सब भक्तों के हो तुम आधार सांवरे,
आँखें खोलूं तो तू नज़र आये,
आँखें बंद करूँ तो तू नज़र आये,
हर जगह सांवरे बस तू नज़र आये,
आँखें खोलूँ तो तू नजर आए,
आँखें बंद करूँ तो तू नज़र आये।